क्या फ़ेविलवीर या फ़ेविपिरावीर कोरोना वायरस पर कुछ असर करती हैं?
नेशनल प्रोडक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ चाईना ने कोरोना वायरस के उपचार के लिए फ़ेविलवीर के उपयोग को मंजूरी दी है, जो कि एक एंटी-वायरल दवा है। 70 मरीज़ों पर दवा के क्लिनिकल ट्रायल के दौरान इसका अच्छा प्रभाव देखने को मिला है। इस दवा के असर को समझने के लिए क्लिनिकल ट्रायल जारी हैं। लेकिन जब तक डॉक्टर की सलाह ना हो, तब तक किसी भी दवा का सेवन न करें।
क्या गर्म पानी में लौंग का रस डालकर भाप लेने से कोरोना वायरस का इन्फेक्शन होने से रोक सकते हैं?
इस बात का कोई सबूत नहीं है कि विभिन्न सामग्री डालकर भाप लेने से कोरोना वायरस मर जाएगा। जबकि यह कंजेशन जैसे लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन इससे जलन का जोखिम बना रहता है।
कोरोना वायरस संक्रमण में एप्पल साइडर विनेगर की क्या भूमिका है?
जैसे-जैसे भारत और दुनिया के बाकी हिस्सों में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं, लोगों में उतनी ज़्यादा दहशत फैल रही है। सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस को ठीक करने के कई उपायों में एप्पल साइडर विनेगर भी बताया गया है। अभी तक, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि एप्पल साइडर विनेगर का सेवन कोविड-19 के संक्रमण को रोक सकता है या उसका इलाज कर सकता है।
इस वायरस के संक्रमण को रोकने का केवल एकमात्र तरीका है- सभी आवश्यक सावधानी बरतना जैसे सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाना, साबुन और पानी या अल्कोहल-बेस्ड सैनिटाइज़र से हाथ धोना और कम से कम 6 फीट की सामाजिक दूरी यानी सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना। संतुलित आहार खाने से इम्युनिटी बढ़ाने में मदद मिलती है; केवल कुछ खास प्रोडक्ट्स के सेवन से इम्युनिटी बढ़ाने में कोई मदद नहीं मिलती। लेकिन, ज़्यादा मात्रा में एप्पल साइडर विनेगर के सेवन के अपने नुकसान हो सकते हैं।
क्या मधुमेह रोगियों को कोविड-19 के दौरान मेटफॉर्मिन लेना जारी रखना चाहिए?
मधुमेह और ग्लूकोज के खराब स्तर से ग्रस्त लोगों में कोविड-19 होने पर मृत्यु दर काफी ज़्यादा है और वो ज़्यादा वक्त तक अस्पताल में भर्ती रहते हैं। डॉक्टर इस बात पर ज़ोर देते हैं कि घर से काम करके, सुरक्षित सामाजिक दूरी बनाकर, उचित हाथों की सफाई रखकर पर्याप्त सावधानी बरतने के साथ-साथ डायबेटीज के मरीज़ अपने ब्लड शुगर स्तर को भी कंट्रोल करें। यदि आपके डॉक्टर ने मेटफॉर्मिन खाने को कहा है तो उसे जारी रखें।
पपीते का पत्ता एक अच्छी दवा है, तो फिर कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों के इलाज के लिए पपीते का पत्ता क्यों नहीं आज़मा सकते?
पपीता दुनिया में सबसे ज़्यादा उगाए जाने वाले पौधों में से एक है, और इसके फल, बीज और पत्तियाँ का प्रयोग कई तरह के पकवान औषधियां बनाने के लिए किया जाता है।
पपीते के पत्ते के रस को अक्सर चाय या जूस के रूप में लिया जाता है। माना जाता है कि यह डेंगू बुखार, सूजन कम करने, ब्लड शुगर नियंत्रित करने, त्वचा और बालों में सुधार करने, तथा कैंसर को रोकने में मदद करता है। हालाँकि, यह साबित करने के लिए कोई भी सबूत उपलब्ध नहीं हैं। और इस बात का भी कोई सबूत नहीं है कि यह कोरोना वायरस इन्फेक्शन ठीक करता है।
किसी भी खाद्य पदार्थ का सेवन करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन कोविड-19 संक्रमण से खुद को बचाने के लिए आप सबसे महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं जो हैं- हाथों की सफाई और सामाजिक दूरी।
क्या शिलाजीत खाना कोरोना में फायदेमंद है?
इम्युनिटी बढ़ाने और कोरोना वायरस इन्फेक्शन से लड़ने के लिए कई उपचार बताए गए हैं। शिलाजीत जैसी आयुर्वेदिक दवाइयाँ इनमें से एक है। हालाँकि यह साबित करने के लिए कि यह उपचार फायदेमंद है, बड़े स्तर पर ट्रायल और शोध की जरूरत पड़ती है। अगर कोई, किसी उपचार से मेडिकल फायदे का दावा करता है तो उसे इस बात का सबूत देना पड़ता है। इन्ही में से कुछ पारम्परिक उपचारों की वैज्ञानिक रूप से जाँच की जा रही है। कोविड -19 संक्रमण से खुद को बचाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम जो आप ले सकते हैं वो हैं- हाथों को स्वच्छ रखना, मास्क लगाना और सामाजिक दूरी बनाए रखना।
क्या कोरोना वायरस महामारी के चलते फ्रिज का पानी और ड्रिंक्स पी सकते हैं?
कोविड-19 संक्रमण कोरोना वायरस से होता है, और ठंडे तरल पदार्थ पीना इसका कारण नहीं है।
क्या चिकन सूप कोरोना वायरस ठीक करने में मदद करता है?
चिकन सूप कोरोनो वायरस पर असर करता है, इस बारे में काफी किस्से सुनने को मिलते हैं। हालाँकि यह साबित करने के लिए बड़े स्तर पर ट्रायल और शोध की ज़रूरत पड़ती है। अगर कोई, किसी उपचार से मेडिकल फायदे का दावा करता है तो उसे इस बात का सबूत देना पड़ता है। लहसुन, हल्दी, नीम, अदरक, आदि जैसे कई फ़ूड-बेस्ड ऑप्शंस हैं जो कोरोना वायरस इन्फेक्शन के खिलाफ ही नहीं बल्कि सभी इन्फेक्शन के खिलाफ इम्युनिटी बढ़ाते हैं। चिकन सूप पीने का कोई नुकसान नहीं है, लेकिन खुद को कोरोना वायरस इन्फेक्शन से बचाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम जो आप उठा सकते हैं वो हैं- हाथों को स्वच्छ रखना और सामाजिक दूरी बनाए रखना।
क्या डायबिटीज रोगियों को कोविड-19 के दौरान इंसुलिन लेना जारी रखना चाहिए?
डायबेटीज और ग्लूकोज के खराब स्तर से ग्रस्त लोगों में कोविड-19 होने पर मृत्यु दर काफी ज़्यादा है और वो ज़्यादा वक्त तक अस्पताल में भर्ती रहते हैं। डॉक्टर इस बात पर ज़ोर देते हैं कि घर से काम करके, सुरक्षित सामाजिक दूरी बनाकर, उचित हाथों की सफाई रखकर पर्याप्त सावधानी बरतने के साथ-साथ डायबेटीज के मरीज़ अपने ब्लड शुगर स्तर को भी कंट्रोल करें। यदि आपके डॉक्टर ने इन्सुलिन लेने को कहा है तो उसे जारी रखें। बीमारी के दौरान इंसुलिन का डोज़ बढ़ाने की ज़रूरत पड़ सकती है। ध्यान रहे कि इन्सुलिन की सप्लाई पूरी हो।
कोविड-19 लॉकडाउन में योग कैसे मदद कर सकता है?
योग अभ्यास मन औरल दिमाग को शांत रखता है और स्ट्रेस रिलीज़ करता है। इससे शरीर में लचीलापन आता है और यह एक तरीके का फुल बॉडी वर्कआउट है।
यह लॉकडाउन के दौरान घर पर किए जाने वाले सबसे आसान वर्कआउट में से एक है।
कोरोना के इलाज के लिए क्या नीम के पत्ते मरीज़ को दे सकते हैं?
लोगों का विश्वास है कि घरेलू उपाय और हर्बल उपचार कोरोना वायरस के इन्फेक्शन को ठीक कर सकते हैं। हालाँकि यह साबित करने के लिए बड़े स्तर पर ट्रायल और शोध की ज़रूरत पड़ती है। अगर कोई, किसी उपचार से मेडिकल फायदे का दावा करता है तो उसे इस बात का सबूत देना पड़ता है। लहसुन, हल्दी, नीम, अदरक, आदि जैसे कई फ़ूड-बेस्ड ऑप्शंस हैं जो कोरोना वायरस इन्फेक्शन के खिलाफ ही नहीं बल्कि सभी इन्फेक्शन के खिलाफ इम्युनिटी बढ़ाते हैं। नीम के पत्ते खाने का कोई नुकसान नहीं है, लेकिन खुद को कोरोना वायरस इन्फेक्शन से बचाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम जो आप ले सकते हैं वो हैं- हाथों को स्वच्छ रखना और सामाजिक दूरी बनाए रखना।
कोरोना वायरस पर कौन-सा हैंड सैनिटाइजर असरदार है?
जब साबुन और पानी उपलब्ध ना हों तो हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करना चाहिए। साबुन और पानी से हाथ धोना हाथों की सफाई के लिए बेहद ज़रूरी है। हालाँकि, यात्रा के दौरान हैंड सैनिटाइज़र काफी सुविधाजनक होता है। सैनिटाइज़र कीटाणुओं की मात्रा को कम करके कोरोना वायरस जैसे वायरस के संक्रमण को रोकते हैं।
कोविड-19 इन्फेक्शन को रोकने के लिए हैंड सैनिटाइजर सही तरीके से बना हो ये जरूरी है। हैंड सैनिटाइजर में 60 से 95 प्रतिशत अल्कोहल होना चाहिए है क्योंकि अल्कोहल-बेस्ड सैनिटाइजर वायरस और बैक्टीरिया को मारते है।
क्या सिट्रिक एसिड कोरोना के रोगियों को आराम देने या ठीक करने में मदद करता है ?
सिट्रिक एसिड खट्टे फलों में पाया जाने वाला एक वीक ऑर्गेनिक एसिड है। इसका उपयोग खाने और सॉफ्ट ड्रिंक में खट्टा स्वाद लाने के लिए भी किया जाता है। ये एक एंटीऑक्सीडेंट है और ऐसा क्लीनिंग एजेंट जो पर्यावरण पर खराब असर नहीं करता। सिट्रिक एसिड अपने माइक्रोबिसाइडल गुणों के कारण कुछ कीटाणुनाशक प्रोडक्ट्स बनाने में उपयोग किया जाता है। हालाँकि कोरोना वायरस इन्फेक्शन में इसकी कोई ख़ास भूमिका नहीं है। तथा यह कोविड-19 इन्फेक्शन का इलाज भी नहीं है।
क्या 60 से कम उम्र के कोविड-19 रोगियों में मोटापा अस्पताल में भर्ती होने का कारण बन सकता है?
यूएसए में की गई एक रिसर्च से पता चला है कि 60 से कम आयु के कोविड-19 रोगियों में मोटापा अस्पताल में भर्ती होने का कारण है। साथ ही यह भी सुझाया है की मोटे व्यक्ति को इन्फेक्शन के दौरान इंटेंसिव केयर की ज़रूरत हो सकती है।