मस्तिष्क पर शोर के प्रतिकूल प्रभाव

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स्मृति लोप:

ध्वनि प्रदूषण मस्तिष्क के महत्वपूर्ण कार्यों जैसे स्मृति, भाषा पर प्रसंस्करण और एकाग्रता पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।

माइग्रेन और सिरदर्द :

शोर से माइग्रेन के रोगी में सिरदर्द की आवृत्ति और गंभीरता बढ़ जाती है । इससे सामान्य व्यक्ति में सिरदर्द भी हो जाता है।

मिर्गी के दौरे:

कुछ मिर्गी के दौरे में अचानक शोर से दौरे का खतरा बढ़ सकता है ।

बीपी और उच्च रक्तचाप:

लंबे समय तक शोर के संपर्क में रहने से उत्पन्न होने वाला उच्च रक्तचाप व्यक्ति को ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ा देता है ।

बच्चों पर प्रभाव:

स्कूल या घर में लंबे समय तक पृष्ठभूमि शोर के संपर्क में रहने वाले बच्चे एकाग्रता और स्मृति के संबंध में सीखने की कठिनाइयों से पीड़ित हो सकते हैं। बचपन में बार-बार ध्वनि प्रदूषण के संपर्क में आने से बच्चे के भाषण, भाषा और भाषा से संबंधित कौशल जैसे सुनना और पढ़ना भी प्रभावित हो सकता है।